Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
- rangila
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Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
मकसद running.....जिंदगी के रंग अपनों के संग running..... मैं अपने परिवार का दीवाना running.....
( Marathi Sex Stories )... ( Hindi Sexi Novels ) ....( हिंदी सेक्स कहानियाँ )...( Urdu Sex Stories )....( Thriller Stories )
- Pavan
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Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
बहुत ही शानदार अपडेट है
- Pavan
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Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
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- rangila
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Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
कुछ देर बाद नेहा को होश आया.जैसे ही वो मेरे हाथ में चाकू देखी रोने लगी
दिलीप- रोना बंद करो वरना तुम्हारी ज़ुबान काट दूँगा
[नेहा की बोलती बंद हो गयी
दिलीप- अब मुझे सच सुनना है
कॉन हो तुम और क्या चाहती हो
[नेहा रोते हुए बोली,, यह तुम क्या कह रहे हो मेरी तो कुछ समझ नही आरहा है
दिलीप- तुम जिनके लिए काम करती हो,उन्होने तुम्हे यह नही बताया कि मैं किसी से बात करके यह जान जाता हूँ,वो झूठ बोल रहा है या सच अब प्लीज़ सच बताओ
[नेहा फिर रोते हुए बोली,, मैं सच कह रही हूँ,तुम क्या कह रहे हो मुझे कुछ नही पता
दिलीप- अगर तुम्हे पैसे चाहिए तो बोलो,वो तुम्हे जितने दे रहे हैं,उससे कहीं ज़्यादा दूँगा
नेहा- मेरा विश्वास करो
दिलीप- उस लड़के को तुम कैसे जानती हो
नेहा- हम एक महीने पहले ही मिले हैं
दिलीप- लिसन मैं जानता हूँ कि तुम जैसी लड़किया अपनी इज़्ज़त की परवाह नही करती,अगर मैं तुम्हारे साथ ज़बरदस्ती भी करू तो तुम सच नही बोलॉगी तो मेरे पास एक ही रास्ता है
[और मैने दीवार पर चाकू मार दिया,नेहा चीख उठी
दिलीप- अगली बार दीवार पे नही मारूँगा
नेहा- अगर मैं तुम्हे सच बताउन्गी तो वो मुझे मार डालेंगे
दिलीप- मैं तुम्हे छोड़ दूँगा क्या
बोलना शुरू करो
नेहा- मुझे कहा गया था कि मैं तुम्हे अपनी तरफ अट्रॅक्ट करूँ
लेकिन तुम नही हुए
दिलीप- मुझे अट्रॅक्ट करने का मक़सद
नेहा- तुम अइय्याश हो कि नही,लेकिन तुम नही हो
दिलीप- अरे मैं ठर्की हूँ,लेकिन उनके साथ जो मुझे प्यार करती हैं
अब अपना अगला स्टेप बताओ
नेहा- अगला स्टेप था प्रिया के करीब जाना
उसके लिए चाहिए था एक बकरा
दिलीप- और वो बकरा यह लड़का है
पर यह माना कैसे इसका बाप तो काफ़ी पैसे वाला है
नेहा- मैने इसे अपना जिस्म दिया
दिलीप- अब अगला स्टेप
नेहा- यह प्रिया का बेस्ट फ़्रेंड बन गया
बस अब इसके आगे बढ़ते उससे पहले तुम आ गये
दिलीप- प्रिया की माँ को तुम लोग ब्लॅकमेल नही करते हो
नेहा- नही
दिलीप- तुम यह सब क्यूँ कर रही हो
नेहा- उनके पास कुछ सबूत हैं,जिस से मैं जैल जा सकती हूँ
दिलीप- तुम्हारा बॉस कौन है
नेहा- सुशीला शर्मा
दिलीप- फोन नंबर बताओ
नेहा- प्राइवेट नंबर से फोन करती है
दिलीप- ओके जैसा चल रहा है चलने दो
सुशीला अगर तुम्हे फोन करे तो तुम मुझे बताओगी
और देखो मुझे धोखा मत देना
तुम मेरी अच्छाई को तो देख चुकी हो,मैने तुम्हे आँख उठाके नही देखा
[फिर मैने नेहा को खोल दिया,और वो चाकू अपनी जेब में रखके घर से बाहर आया,कुछ देर बाद मासी के घर पहुँचा...
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दिलीप- रोना बंद करो वरना तुम्हारी ज़ुबान काट दूँगा
[नेहा की बोलती बंद हो गयी
दिलीप- अब मुझे सच सुनना है
कॉन हो तुम और क्या चाहती हो
[नेहा रोते हुए बोली,, यह तुम क्या कह रहे हो मेरी तो कुछ समझ नही आरहा है
दिलीप- तुम जिनके लिए काम करती हो,उन्होने तुम्हे यह नही बताया कि मैं किसी से बात करके यह जान जाता हूँ,वो झूठ बोल रहा है या सच अब प्लीज़ सच बताओ
[नेहा फिर रोते हुए बोली,, मैं सच कह रही हूँ,तुम क्या कह रहे हो मुझे कुछ नही पता
दिलीप- अगर तुम्हे पैसे चाहिए तो बोलो,वो तुम्हे जितने दे रहे हैं,उससे कहीं ज़्यादा दूँगा
नेहा- मेरा विश्वास करो
दिलीप- उस लड़के को तुम कैसे जानती हो
नेहा- हम एक महीने पहले ही मिले हैं
दिलीप- लिसन मैं जानता हूँ कि तुम जैसी लड़किया अपनी इज़्ज़त की परवाह नही करती,अगर मैं तुम्हारे साथ ज़बरदस्ती भी करू तो तुम सच नही बोलॉगी तो मेरे पास एक ही रास्ता है
[और मैने दीवार पर चाकू मार दिया,नेहा चीख उठी
दिलीप- अगली बार दीवार पे नही मारूँगा
नेहा- अगर मैं तुम्हे सच बताउन्गी तो वो मुझे मार डालेंगे
दिलीप- मैं तुम्हे छोड़ दूँगा क्या
बोलना शुरू करो
नेहा- मुझे कहा गया था कि मैं तुम्हे अपनी तरफ अट्रॅक्ट करूँ
लेकिन तुम नही हुए
दिलीप- मुझे अट्रॅक्ट करने का मक़सद
नेहा- तुम अइय्याश हो कि नही,लेकिन तुम नही हो
दिलीप- अरे मैं ठर्की हूँ,लेकिन उनके साथ जो मुझे प्यार करती हैं
अब अपना अगला स्टेप बताओ
नेहा- अगला स्टेप था प्रिया के करीब जाना
उसके लिए चाहिए था एक बकरा
दिलीप- और वो बकरा यह लड़का है
पर यह माना कैसे इसका बाप तो काफ़ी पैसे वाला है
नेहा- मैने इसे अपना जिस्म दिया
दिलीप- अब अगला स्टेप
नेहा- यह प्रिया का बेस्ट फ़्रेंड बन गया
बस अब इसके आगे बढ़ते उससे पहले तुम आ गये
दिलीप- प्रिया की माँ को तुम लोग ब्लॅकमेल नही करते हो
नेहा- नही
दिलीप- तुम यह सब क्यूँ कर रही हो
नेहा- उनके पास कुछ सबूत हैं,जिस से मैं जैल जा सकती हूँ
दिलीप- तुम्हारा बॉस कौन है
नेहा- सुशीला शर्मा
दिलीप- फोन नंबर बताओ
नेहा- प्राइवेट नंबर से फोन करती है
दिलीप- ओके जैसा चल रहा है चलने दो
सुशीला अगर तुम्हे फोन करे तो तुम मुझे बताओगी
और देखो मुझे धोखा मत देना
तुम मेरी अच्छाई को तो देख चुकी हो,मैने तुम्हे आँख उठाके नही देखा
[फिर मैने नेहा को खोल दिया,और वो चाकू अपनी जेब में रखके घर से बाहर आया,कुछ देर बाद मासी के घर पहुँचा...
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मकसद running.....जिंदगी के रंग अपनों के संग running..... मैं अपने परिवार का दीवाना running.....
( Marathi Sex Stories )... ( Hindi Sexi Novels ) ....( हिंदी सेक्स कहानियाँ )...( Urdu Sex Stories )....( Thriller Stories )
- rangila
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Re: Incest मैं अपने परिवार का दीवाना
[फिर मैं नेहा को खोल दिया,और वो चाकू अपनी जेब में रखके घर से बाहर आया,कुछ देर बाद मासी के घर पहुँचा
दोपेहेर हो चुकी थी
मैं अपने रूम में आके सोचने लगा
कि यह सुशीला कौन है
फिर मैने देव को फोन किया उसने फोन ही नही उठाया लगता है देव बाबू बिज़ी हैं
लेकिन तभी मेरा फोन बजने लगा
[मैं उसे बता दिया कि सुशीला शर्मा बॉस है नेहा की
देव- एक नंबर लिख ले
कुछ दिन बात नही कर पाउन्गा
यह तुझे जैसी भी मदद चाहिए यह लड़का करेगा
[फिर मैने वो नंबर लिख लिया
[कुछ देर बाद प्रीति कॉलेज से वापस अगयि
और मेरे पास आके बैठ गयी
दिलीप- तू मेरा एक काम करेगी
प्रीति- खाना बनाने को मत बोलना
दिलीप- अरे सुन तो
प्रीति- ठीक है बोलिए
दिलीप- तुझे सिर्फ़ एक काम करना है,मासी से पुच्छना है कि यह सुशीला शर्मा कौन है,उसका फोन आया था
प्रीति- आपको क्या काम है सुशीला शर्मा से
दिलीप- प्रीति
प्रीति- गुस्सा मत कीजिए
लेकिन इसके बदले मुझे क्या मिलेगा
दिलीप- क्या चाहिए
प्रीति- मैं चाहती हूँ कि आप मेरे बाय्फ्रेंड बनो
[मेरा तो दिमाग़ घूम गया,अवनी ने भी ऐसा ही किया था
दिलीप- प्रीति लगता है तुम नही चाहती मैं यहाँ रहूं
प्रीति- ऐसा क्यूँ कह रहे हो आप
दिलीप- बाय्फ्रेंड का मतलब पता है क्या होता है
प्रीति- बॉयफ्रेंड और हाँ मैं वो बाय्फ्रेंड बनने की बात नही कर रही हूँ
दिलीप- बाय्फ्रेंड का कुछ और भी मतलब होता है
प्रीति- बेस्ट फ़्रेंड
दिलीप- ओह ऐसा
प्रीति- तो आप बनॉगे मेरे बाय्फ्रेंड
दिलीप- क्यूँ नही
[और प्रीति मेरे गले लग गयी
प्रीति- थॅंक यू भैया
[प्रीति अपने रूम में चली गयी
कुछ देर बाद मेरा फोन बजने लगा
मैं फोन उठाया,कोई लड़का था जो मुझे सुशीला शर्मा के बारे में बताने लगा
सुशीला शर्मा भी बिजनेस मॅन की बीवी निकली
इसका मतलब इसे भी ब्लॅकमेल किया जा रहा है
अब इसके पति से मिलके इस तक पहुँचना पड़ेगा
तो चलते हैं इसके पति से मिलने रेड नाइट क्लब में
[फिर हम सबने खाना खाया
मैं विदू को बोला रात में आ जाउन्गा
और घर से बाहर आके अपनी कार में बैठा,कुछ देर बाद मैं रेड नाइट क्लब के सामने अपनी कार में बैठा वेट कर रहा था
नाम नाइट क्लब लेकिन किसी 5 स्टार होटेल जैसा
दोपेहेर हो चुकी थी
मैं अपने रूम में आके सोचने लगा
कि यह सुशीला कौन है
फिर मैने देव को फोन किया उसने फोन ही नही उठाया लगता है देव बाबू बिज़ी हैं
लेकिन तभी मेरा फोन बजने लगा
[मैं उसे बता दिया कि सुशीला शर्मा बॉस है नेहा की
देव- एक नंबर लिख ले
कुछ दिन बात नही कर पाउन्गा
यह तुझे जैसी भी मदद चाहिए यह लड़का करेगा
[फिर मैने वो नंबर लिख लिया
[कुछ देर बाद प्रीति कॉलेज से वापस अगयि
और मेरे पास आके बैठ गयी
दिलीप- तू मेरा एक काम करेगी
प्रीति- खाना बनाने को मत बोलना
दिलीप- अरे सुन तो
प्रीति- ठीक है बोलिए
दिलीप- तुझे सिर्फ़ एक काम करना है,मासी से पुच्छना है कि यह सुशीला शर्मा कौन है,उसका फोन आया था
प्रीति- आपको क्या काम है सुशीला शर्मा से
दिलीप- प्रीति
प्रीति- गुस्सा मत कीजिए
लेकिन इसके बदले मुझे क्या मिलेगा
दिलीप- क्या चाहिए
प्रीति- मैं चाहती हूँ कि आप मेरे बाय्फ्रेंड बनो
[मेरा तो दिमाग़ घूम गया,अवनी ने भी ऐसा ही किया था
दिलीप- प्रीति लगता है तुम नही चाहती मैं यहाँ रहूं
प्रीति- ऐसा क्यूँ कह रहे हो आप
दिलीप- बाय्फ्रेंड का मतलब पता है क्या होता है
प्रीति- बॉयफ्रेंड और हाँ मैं वो बाय्फ्रेंड बनने की बात नही कर रही हूँ
दिलीप- बाय्फ्रेंड का कुछ और भी मतलब होता है
प्रीति- बेस्ट फ़्रेंड
दिलीप- ओह ऐसा
प्रीति- तो आप बनॉगे मेरे बाय्फ्रेंड
दिलीप- क्यूँ नही
[और प्रीति मेरे गले लग गयी
प्रीति- थॅंक यू भैया
[प्रीति अपने रूम में चली गयी
कुछ देर बाद मेरा फोन बजने लगा
मैं फोन उठाया,कोई लड़का था जो मुझे सुशीला शर्मा के बारे में बताने लगा
सुशीला शर्मा भी बिजनेस मॅन की बीवी निकली
इसका मतलब इसे भी ब्लॅकमेल किया जा रहा है
अब इसके पति से मिलके इस तक पहुँचना पड़ेगा
तो चलते हैं इसके पति से मिलने रेड नाइट क्लब में
[फिर हम सबने खाना खाया
मैं विदू को बोला रात में आ जाउन्गा
और घर से बाहर आके अपनी कार में बैठा,कुछ देर बाद मैं रेड नाइट क्लब के सामने अपनी कार में बैठा वेट कर रहा था
नाम नाइट क्लब लेकिन किसी 5 स्टार होटेल जैसा
मकसद running.....जिंदगी के रंग अपनों के संग running..... मैं अपने परिवार का दीवाना running.....
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