उसकी आस अधूरी रह गयी… चूत पानी छोड़ने लगी थी… सो अपने हाथ से टाँगें चौड़ी कर के चूत को कपड़ों के ऊपर से ही रगड़ते हुए बोली – कब..दिखाओगे पूरी फिल्म..?
मे – जब आप कहो.. अभी मे थोड़ा अर्जेंट काम से यहाँ आया था… दरअसल मेरा एक फ्रेंड यहाँ अड्मिट है.. मे उसे ही मिलने आया था.. तो सोचा अपनी प्राब्लम भी दिखा डून..
वो मुस्कुराकर अपनी नसीली आँखों को नचाते हुए बोली – लेकिन तुम्हारी प्राब्लम तो मिली ही नही अभी तक..?
मे – कोई बात नही फिर कभी देख लेना.. अभी मुझे आपकी थोड़ी हेल्प चाहिए..
वो – हां ! बोलो ना, तुम्हारी हेल्प कर के मुझे बड़ी खुशी होगी…
फिर मेने उसको भानु के बारे में बताया.. तो वो बोली – कि वो तो वैसे ही यहाँ टाइम पास कर रहा है.. वो तो कब का ठीक हो चुका है…
मेने चोन्कंने की आक्टिंग करते हुए कहा – क्या कह रही हो…? उसके पिताजी बेचारे कितने परेशान हो रहे हैं.. उसकी इस बीमारी को लेकर.. सारा बिज़्नेस चौपट पड़ा है…, क्या आप उसकी रिपोर्ट दे सकती हैं मुझे….?
वो कुछ देर सोचती रही फिर बोली – एक शर्त पर..!
मे – बोलिए.. क्या शर्त है आपकी… हालाँकि मे उसकी शर्त जानता था..
वो मुस्कराते हुए बोली – मुझे वो पूरी फिल्म देखनी है.. जो तुम दिखाने वाले थे…
मे – ऑफ कोर्स ! समय और जगह बता दीजिए.. मे पहुँच जाउन्गा.. आप जैसी हसीना के साथ पूरी फिल्म शूट करने में मुझे भी बहुत खुशी होगी…
फिर वो हँसते हुए अपने कॅबिन से बाहर चली गयी… और 10 मिनिट के बाद जब वापस आई तो उसके हाथ में भानु की फिटनेस रिपोर्ट थी..
मेने वो रिपोर्ट लेकर उसे थॅंक्स बोला… उसने अपना कार्ड मुझे दिया.. और बोली – दो दिन बाद इस नंबर पर कॉल करना.. इंतेज़ार करूँगी…
मेने उसके होंठों पर एक जोरदार किस किया और उसे बाइ बोलकर उसके कॅबिन से बाहर आ गया…
आज तो ऊपरवाला मेरे ऊपर अपनी मेहरवानियों की जैसे बारिश करने पर तुला हुआ था………….
डॉक्टर वीना के रूम से निकल कर मे जैसे ही गलेरी में आया… सामने से मुझे मालती आती नज़र आई… मे थोड़ा इधर – उधर देखते हुए उसकी तरफ बढ़ता रहा…
जैसे ही वो मेरे नज़दीक आई… मेने चहकते हुए कहा… ओह्ह…हाई.. मालती…! व्हाट आ प्रेज़ेंट सर्प्राइज़… तुम यहाँ कैसे…?
वो मुझे एकदम से अपने सामने देख कर हड़बड़ा गयी…. फिर कुछ संभालते हुए बोली – बस ऐसे ही कुछ काम था.. आप यहाँ कैसे..?
मे – तुम्हें तो पता ही होगा… मे अब गाँव में तो रहता नही हूँ, देल्ही में मेने अपना बिज़्नेस सेटप कर लिया है..
उसी सिलसिले में यहाँ आया था.. कि अचानक से कुछ प्राब्लम हो गयी.. तो यहाँ चेक-अप कराने चला आया…
खैर छोड़ो ये सब बातें ! तुम बताओ.. शादी-वादी की या नही…?
वो अपने मन में सोचने लगी.., लगता है इसको गाँव की परिस्थितियो के बारे में कुछ पता नही है…,
सो फटाक से बोली – हां मेरी तो शादी हो गयी.. आप बताओ.. निशा से कब शादी करने वाले हो..?
मेने उपेक्षा भरे लहजे में कहा – ओह .. कम ऑन डार्लिंग… किस बहनजी टाइप लड़की की बात छेड़ दी तुमने…!
मे उसे कब का भूल चुका हूँ.. मेरी अपनी भी लाइफ है यार !… घरवालों के सिद्धांतों से मेरा फ्यूचर थोड़ी ना बनने वाला है..
इसलिए बहुत पहले ही मे सब कुछ छोड़-छाड़ कर देल्ही सेट हो गया हूँ, … अब मुझे उसके बारे में कुछ पता नही है…
और बताओ.. अपनी वो मुलाकात याद आती है तुम्हें या भूल गयी…?
वो – आपने ही तो याद रखने को मना किया था… वैसे वो लम्हे तो मे चाह कर भी नही भूल सकती…
मे – तो फिरसे जीना चाहोगी उन लम्हों को…?
वो मेरी बात सुनकर खुश होते हुए बोली … क्या सच में ऐसा हो सकता है.. ?
मेने कहा – अगर तुम चाहो तो, ज़रूर हो सकता है…
वो एक्शिटेड होते हुए बोली - कब..?... कहाँ…?
मे – अगर समय हो तो आज ही 9 बजे होटेल आशियाना, रूम नंबर. 321 में आ जाओ.. रात भर एंजाय करेंगे..
वो तो जैसे तैयार ही बैठी थी, सो फ़ौरन आने को तैयार हो गयी, और इसी खुशी में झूमती हुई भानु के रूम की तरफ चली गयी…, मे अपनी कामयाबी की खुशी में हॉस्पिटल से बाहर की तरफ चल दिया…
मेने होटेल में ये कमरा सुबह ही बुक करा दिया था…
शहर के चक्कर लगाते – 2 शाम हो गयी… इस बीच मेने ये भी पता लगा लिया.. कि राजेश का केस कोन्सि अदालत और किस मॅजिस्ट्रेट के अंडर में है.
मेने अपने गुरु प्रोफ़ेसर. राम नारायण जी को फोन लगा कर सारा वृतांत कह सुनाया… उन्होने कहा..
चलो अच्छा है.. आगे बढ़ो मेरी शुभ कामनाएँ तुम्हारे साथ हैं..
अपनी जिंदगी के पहले इनडिपेंडेंट केस में तुम सफल रहो, यही कामना है मेरी..
मे – सर मेरी सफलता आपके सहयोग पर डिपेंड करती है.. फिर मेने उन्हें उस जज का नाम बताया जिसके यहाँ इस केस की सुनवाई होनी थी…
उसका नाम सुनकर वो बोले – अरे ये तो अपना लन्गोटिया यार रहा है.. तुम चिंता मत करो.. मे उससे बात कर लूँगा.. वो हर संभव तुम्हारी हेल्प करेगा…
वैसे केस की सफलता या असफलता तुम्हारी अपनी काबिलियत पर ही डिपेंड करेगी..
मे – सर आपका शिष्य हूँ, निराश नही करूँगा.. बस थोड़ी सी इतनी हेल्प मिल जाए की वो मेरे मन मुताविक सुनवाई की डेट दे दे..
वो – वो तो तुम्हें मिल ही जाएगी.. उससे मिल लेना… बेस्ट ऑफ लक…
मेने उन्हें थॅंक्स बोलकर फोन डिसकनेक्ट कर दिया…
लाड़ला देवर ( देवर भाभी का रोमांस) complete
- Ankit
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- Smoothdad
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Re: लाड़ला देवर ( देवर भाभी का रोमांस)
शानदार अपडेट।
- Dolly sharma
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Re: लाड़ला देवर ( देवर भाभी का रोमांस)
lots of thanks for sexyyyyy and regular updates
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Re: लाड़ला देवर ( देवर भाभी का रोमांस)
thanks all friends