मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचरcomplete

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rajaarkey
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by rajaarkey »

बहुत ही मस्त अपडेट है दोस्त
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &;
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- Raj sharma
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jay
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by jay »

Nice................. sexi update bhai
Read my other stories

(^^d^-1$s7)
(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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pongapandit
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by pongapandit »

thanks mitro
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pongapandit
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by pongapandit »

हमने खुद को नेप्किन से सॉफ किया, और अपने कपड़े पहन लिए। अकरम 10 मिनट बाद आया। अकरम ने मोम को इंतजार करने को कहा और मुझे अपने साथ एक दूसरे रूम में ले गया जो अकरम के रूम से ज्यदा सॉफ था, मुझे पता चल गया की इसको हाल ही में सॉफ और सही किया गया है।

रूम में पहुँचने के बाद मैंने वहां पे चार आदमियों को देखा। उनमें से तीन को मैं पहचान गई, मुझे उनके यहां पे भेजा गया था, सिवाय उस हट्टे-कट्टे आदमी को छोड़कर। मैं समझ गई वो भी कोई खास काम करता होगा, जिससे अकरम को फ़ायदा हुआ हो। अकरम ने मुझे ड्रिंक्स बनाने को कहा, मुझे किसी पुरानी हिन्दी फिल्म के दृश्य जैसा महसूस हुआ। सबने ड्रिंक्स लेते टाइम मुझे टच किया और मैं स्माइल करती आखीर में अकरम के पास अपना ग्लास लेकर बैठ गई।

अकरम ने उन चारों से थोड़ी देर अपनी डील के सफलता पूर्वक पूरी होने की बातें की। फिर लास्ट में उठाते हुए उनको कहा- “और ये…” मेरी गाण्ड पे हाथ मारते हुए- “मेरी तरफ से, खूब अयाशी करो…”

मैं खड़ी हुई और उन चारों के सामने गई, जिसमें एक हट्टा-कट्टा था बाकी दो नॉर्मल थे और चौथा बंदा हाइट में सबसे छोटा और मोटा था, जिसकी तोंद फट के बाहर निकल पड़ी थी। कहाँ पे मस्क्युलर बाडी वाले हैंडसम लड़के कालेज में मेरी चूत देखने तक के सपने देखते हैं, और कहाँ इन नमूनों को मेरी चूत के साथ-साथ मेरी गाण्ड भी नशीब होने वाली थी।

अकरम मुझे उनके हवाले करके चला गया और उन चार लोगों ने मुझ अकेली को उस रूम में घेर लिया और मुझे नंगा करने लगे, और मैं भी स्माइल करती हुई कपड़े उतरवाती रही। उन दो नॉर्मल बाडी वालों ने अपने चेहरे मेरी चुचियों पे सटा दिए, उस हट्टे-कट्टे जाट बंदे ने मेरी कमर पकड़ ली और अपनी तरफ खींच लिया।

लेकिन मैं प्यार से और अदा दिखाते हुए सबको नंगा करने लगी, किसी का भी लण्ड 5” इंच से ज्यादा नहीं था और उस मोटे का तो आलमोस्ट 4” इंच का छोटा पर मोटा लण्ड देखकर याद आया की उसने अनुभव से मेरी चूत से पानी निकाल लिया था। सबके नंगे हो जाने के बाद मैंने कहा की सब एक लाइन में खड़े हो जाओ।

मुझे उनके साथ खेलते देखकर वो भी मेरी बात मानने लगे, ब्लो-जॉब के बाद मैं जिनके यहां भेजी जा चुकी थी उन्होंने कंडोम इश्तेमाल किए थे, पर अभी वो कंडोम पहनने के मूड में नहीं दिख रहे थे। इसलिए मैंने कुछ कहा भी नहीं, सो, अपने आप ही पहले उस मोटे की बारी आ गई, और मैं उस मोटे के लण्ड पे बैठ गई और बाकी 3 को ब्लो-जॉब दिया, मोटा जल्दी ही निपट गया।

फिर वो जाट आदमी मेरे ऊपर चढ़ गया, उसने मुझे पागल कर दिया, नहीं, अपने लण्ड से नहीं बल्कि अपने जंगली बिहेवियर और स्ट्रांग बाडी से।


मुझ रण्डी के झड़ जाने के बाद नॉर्मल बाडी वालों को मेरी चूत और गाण्ड दोनों एक साथ मिल गई। मैं सैंडबिच बनी हुई थी और मैंने उस मोटे को मेरी चुदाई देखते देखा। उसको बुरा ना लगे इसलिए मैंने उसको पास बुलाया और उसका नर्म हो चुका लण्ड सहलाती रही, और दूसरे हाथ से उस जाट, जो मोटे को देखकर पास आ गया था, उसका लण्ड मुँह में ले लिया। इस तरह मैं एयर टाइट थी यानी मेरे तीनों छेद लण्ड से भरे थे। ऐसे में वो दो नॉर्मल बाडी वाले भी झड़ गये, तो मोटा भी उनके साथ साइड में जाकर ड्रिंक्स करने लगा।

अब सिर्फ़ वो हट्टा-कट्टा बंदा बचा था जो मुझे डागी स्टाइल में चोद रहा था, उसने चूत मारने के बाद मेरी गाण्ड में अपना लण्ड पेल दिया। मेरी गाण्ड मराई देखकर बाकी बंदे भी वापस आ गये, मोटे ने मुझे बोतल दे दी और मैं ड्रिंक करती हुई गाण्ड चुदा रही थी।

फिर मैंने बोतल वापस दे दी और उन्होंने शराब से अपने-अपने लण्ड गीले कर दिए। उनके लण्ड थोड़े से मुरझाए से थे, पर वो मेरा चेहरा और जहाँ उनको ठीक लगा वहां पे अपने लण्ड डालने लगे। इस चक्कर में उनके लण्ड फिर से खड़े हो गये और अब सभी चारों मिलकर मेरी बजाने में लग गये।

कभी मुझे खड़ा करके झुका दिया जाता, तो कभी किसी के ऊपर लिटा दिया जाता, मुझे उस हट्टे-कट्टे बंदे ने उठा लिया और उछल-उछल के मेरी चूत मारी। मोटे आदमी ने उसको कहा की मुझे उनके सामने उठाकर रखे, तो मुझे पहले उतारा, फिर उसने मेरे पीछे आकर मुझे मेरी जांघे पकड़कर उठा लिया।

मैं बोली- “लुक हू इज हियर, से हाय एवरीवन…”

सभी हँस पड़े फिर मुझे उठाने वाले ने मुझे तीनों के सामने घुमाया जैसे वो मेरी चूत उन सबको दिखा रहा हो, इस छोटी सी बात पे वो खूब हँसने लगे।

मैंने कहा- “ओके लड़कों, बारी-बारी से आ जाओ और अपना लण्ड रजिस्टर करवा लो…”

फिर वो सब हँसते हँसते , बारी-बारी से मेरी चूत मारने लगे। मुझे उठाए हुए उस जाट ने मेरी गाण्ड में अपना लण्ड डाल दिया। पहले वो नॉर्मल बाडी वाला आया और चूत मारने लगा, और उसके बाद मोटा; पिछली बार की तरह ही वो 2” इंच ही डाल पाया। मैंने उसको किस किया और एंकरेज किया दम लगाकर चोदने के लिये, फिर वो भी जम के चोदने लगा, अब मुझे उसका बचा खुचा लण्ड मिलने लगा।

वो मुझे किस करके हट गया, वो पसीने से बुरी तरह गीला हो चुका था, हम सबसे ज्यादा। उसके बाद दूसरे नॉर्मल बाडी वाले ने अपनी बारी आने पे काम चालू कर दिया।

“या या या…” मैं उछल रही थी और दोनों लण्ड मुझमें समा रहे थे।

फिर मुझे उतार दिया। उसी टाइम मैं झड़ गई, मेरे पैर काँपने लगे, जिससे मैं गिरने लगी तो उन्होंने मुझे संभाल लिया। वो मुझे बेड पे ले गये। एक बार मेरे झड़ जाने के बाद तक दो बंदे अपना वीर्य निकाल चुके थे। फिर जिसका लण्ड चूत में था वो खड़ा हुआ और मेरे मुँह में अपना लण्ड डालकर लण्ड हिलाता हुआ झड़ गया। और आखीर में उस मोटे के लण्ड का वीर्य मेरी गाण्ड पे गिरा।

उन सबने मुझे किस किया और थैंक्स कहा और मेरी तारीफ़ करने लगे। मैंने कह दिया की वो भी सच्चे मर्द हैं। हालाँकि मैं उनसे ज्यादा फाड़ चुदक्कड़ों से चुद चुकी हूँ । वो मोटा मेरी बात को दिल पे ले लिया और पास आकर बोला की भले ही अकरम की गिफ्ट हूँ पर; उसने वैलेट से छोटी सी गड्डी निकाल दी; तूने मेरा दिन बना दिया।

उसके देखा देख सभी ने मेरे नंगे बदन पे थोड़ी-थोड़ी रकम रख दी। फिर वो सब बातें करते-करते कपड़े पहन कर चले गये। मैं हैरान थी, और अच्छी चुदाई से खुश भी और दर्द में भी। मैं वो रकम बेडशीट के नीचे रखकर सो गई।

जब जागी तब मेरे पास मोम भी सो रही थी। मैं थोड़ा और रिलेक्स कर रही थी। तब एक अकरम का बंदा मोम के कपड़े ले आया। मैंने उसको कहा की हमारे लिए कुछ खाने पीने को ले आए। उसने हाँ में सिर हिला दिया और चला गया। मैंने मोम को जगाकर कहा की चलो नहा लेते हैं। मोम ने नहाते हुए बताया की उनको भी मुझ जैसे वोही लोग मिले जिनके यहां हमें भेजा गया था।

हमने नहाकर अपने कपड़े पहन लिए फिर अब्दुल उसी लड़के के साथ आया जो पहले अभी आया था, लेकिन अभी उसको देखकर लगता था की उसको किसी ने डांटा है या थप्पड़ मारी गई है। वो लड़का हमारा डिनर रखकर चला गया।

उसके जाने के बाद अब्दुल ने कहा की सोने से पहले अपने रूम को बंद कर लिया करो।

मोम के पूछने पे उसने बताया की अभी जो लड़का आया था ना… उसने मेरे सोते की पिक्स ले ली थी, और मोम की पिक्स लेने के बहाने वो मोम के कपड़े ले आया था।

हम घबरा के बोली- “ऐसे तो यहां पे सभी काम करने वालों ने हमारी पिक्स ले ली होंगी या वीडियो बना लिए होंगे, और… और बाकी जो लोग बार में बैठे होते हैं उन्होंने भी…”

अब्दुल बोला- “अरे अरे शांत हो जाओ, ये जो बार तुम जो देखती हो ना वो अंदर वाला है, और कोई भी यहां पे फ़ोन कैमरा कुछ भी नहीं ला सकता, सब बाहर। और रही बात ये छोकरा लोग को पता है की अंदर की फोटो नहीं लेने का है…”

मैं- “तो फिर उसने पिक कैसे ले ली?”

अब्दुल बैठ गया फिर समझाते हुए बोला- “क्या है, सबके पास फ़ोन तो रखना ज़रूरी है। भाई ने रूल बना रखा है की कोई भी रण्डी की फोटो वगैरह लेना मना है। जो सस्ती वाली रंड्डयां होती हैं ना, ये पन्टर लोगों के लिए ही होती हैं, जिस रण्डी को जमता है वो इन लोगों के साथ फोटो वीडियो का मना नहीं करती, दूसरा ये की तुम्हारा (मेरी तरफ इशारा करके) आज इन पन्टरों का रूम में प्रोग्राम रखा। इसीलिए उसको लगा की कोई नई लाए हैं, और रूम भी सॉफ तुम लोगों के लिए करा है। ये बात उसको पता नहीं थी और उसने फोटो ले ली…”

मोम ने पूछा - “फिर भी बाकी वर्कर चुपके से भी फोटो ले सकते हैं ना?”

अब्दुल बोला- “ठीक है, भाई ने सबको बोल रखा है, खास करके तुम दोनों का, फिर भी आज ये हो गया। तुम लोग टेन्षन ना लो, मैं कुछ करता हूँ । अच्छा अब तुम लोग डिनर कर लो। मैं चलता हूँ …”

डिनर करने के बाद मैंने बेडशीट के नीचे से वो पैसे निकाल लिए। मोम के चेहरा को देखकर- “उत्तेजित मत हो, ये मुझे टिप में मिले हैं…” हम आधी रात के बाद, अपने ही घर में चोरों के जैसे घुसे।

अब्दुल ने एक बार मुझे बताया था की सी॰सी॰टी॰वी॰ के जो फुटेज कभी भी बाहर नहीं जाते, इसके लिए अलग से दो बंदे बिठा रखे हैं। अकरम ने बहुत पहले मुझे मोम की सी॰डी॰ दी थी जब मुझे मोम के बारे में कुछ भी पता नहीं था।

मैंने नेट पे भी खूब सर्च किया था पर मुझे आज तक हमारा एक भी वीडियो नहीं मिला था। आई थिंक, इस सबसे निकल ना नाएं, तब तक टेन्षन लेने से कोई फ़ायदा नहीं है। जब बदनाम होंगे, तब की तब देखेंगे।
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