Fantasy अनदेखे जीवन का सफ़र

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jay
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Re: अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by jay »

good going
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(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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Kamini
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Re: अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by Kamini »

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Dolly sharma
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Re: अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by Dolly sharma »

फिर सभी निकलते है..घूमने..


वीर..हाँ तो फ्रेंड्स .कहाँ जाना है ..मुझे यहाँ के बारे मे ज़्यादा पता नही है..


संजू..जान मैं तो कहती हूँ क्यू ना पहले मूवी देखने चले..फिर शॉपिंग करेगे...


वीर..हाँ ये ठीक रहेगा....



सभी मूवी देख ने पहुँच जाते है मूवी रोमॅंटिक थी


सिनेमा होल पहुँच ..पाँचो मूवी देखते है..मूवी मे एक साइड वीर के संजू बैठी थी ऑर दूसरी साइड.प्रीत.


संजू तो वीर का हाथ पकड़ बैठी थी...कोई भी रोमॅंटिक सीन होता तो प्रीत ऑर संजू वीर को देखने लगती जैसे कह रही हो ऑर कितना इंतजार कराओ गे


वियर हल्के से प्रीत के कान मे..


वीर...मूवी कैसी है


प्रीत : बहुत अच्छी है

वीर..क्या मैं या मूवी


वीर की बात सुन प्रीत शरमाने लगती है ऑर वीर के बाजू से चिपक जाती है


वीर : ऐसे ना चिपक मेरा पप्पू खड़ा हो रहा है


प्रीत : क्या मतलब पप्पू


वीर प्रीत का हाथ पकड़ अपने लंड पे रख देता है *

प्रीत का डिल जोरो से धड़क जाता है शरम से गढ़ी जा रही थी


पहले तो लंड को काँपते हाथो से पकड़ रखा था


पर ज़्यादा देर ना पकड़ पाई ऑर छोड़ दिया ऑर


मंद मंद मुस्कराने लगती है.


वीर अपनी पागल पन्ति पर खुद को गाली देने लगता है..


उधर..संजू अपना हाथ वीर के लंड से थोड़ा दूर रख देती है..


इस से वीर की हालत और खराब हो जाती है..

कुछ टाइम मे मूवी ख़तम हो जाती है..ऑर लाइट हो जाती है.


दोनो लड़किया वीर के बने तंबू को देख लेती है..

दोनो शॉक थी इतने बड़े बने तंबू को देख ..


..ऑर दोनो के अंदर आग लग जाती है.... फिर जैसे तैसे वीर खुद को ठीक करता है ऑर सब बाहर आ जाते है..


वीर ऑर प्रीत दोनो एक दूसरे से आँख नही मिला पा रहे थे...


वीर...हाँ तो अब बोलो शॉपिंग कहाँ करे


संजू..एक माल सिटी के बाहर बना हुआ है..नया खुला है वहाँ चलते है..


फिर सभी उस रास्ते हो लेते है..


संजू इस कशमकश मे थी वीर उसका भाई है क्या ऐसी फीलिंग सही.है...

पर प्यार तो प्यार ही है ना.

कुछ भी हो जाए मैं अपने भाई को ही अपना जीवन साथी बनाउन्गी...


प्रीत तो बस वीर को ही निहार रही थी जब भी वीर से आँख मिलती अपने नज़रे झुका लेती


सब मस्ती करते हुए जा रहे थे कि *तभी


8 10 गाड़ियाँ आती है..ऑर वीर की गाड़ी के आगे लगा खड़े हो जाते है...
उनमे से एक गाड़ी अजय ऑर उसके दोस्तों की भी थी....


वीर....दोनो गाड़ी मे बैठे रहो..


वीर उतर कर सामने जा खड़ा हो जाता है..

सब के सब हॉकी स्टिक बॅस बॉल एट्सेटरा उठा लेते है .


आदमी....आज तुझे हम सब से कोई नही बचा पाएगा...

वीर..तुझे ऐसा लगता है ..पर मुझे तो नही .आजमा के देख लेते है..


एक एक करके आओगे या सभी साथ..मे..


आदमी.तेरे जैसे बच्चे के लिए तो मेरा ये कालिया काफ़ी है *


तभी कालिया तेज़ी से वीर की तरफ आता है .ऑर जैसे ही वो हॉकी वीर की तरफ घुमाता है तो वीर हॉकी पकड़ लेता है


ऑर उसे अपनी तरफ खीच तेज़ी से दोनो हाथो से उसका सर घुमा देता है...ऑर वो अल्ला को प्यारा हो जाता है


ये इतनी जल्दी हुआ कि सभी शॉक रह गये..

तभी एक साथ 3 वीर की तरफ भागते है ....

जैसे ही वो वीर की तरफ़ आने वाले थे.. कि


वीर तेज़ी से स्पिन होते हुए एक के मुँह पर किक जड़ देता है..जिस से तीनो दूर जा गिरते है ऑर बेहोश हो जाते है..



तभी

बिस्वा..भाई आप आराम से बैठ जाइए..इनसे हम निपट लेंगे..

वीर गाड़ी के पास खड़ा हो जाता है..ऑर तभी उधर से सभी आशीष ऑर बिस्वा की तरफ भागते है..


ऑर उन पर हमला कर देते है...

पर दो मिनिट मे बिस्वा ऑर आशीष सबको तडी पार कर देते है...
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Dolly sharma
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Re: अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by Dolly sharma »

संजू ऑर प्रीत भी बाहर आ जाते हैं..


तभी अजय गाड़ी से बाहर निकलता है..

ऑर वीर उसकी तरफ जाने ही वाला था कि

तभी उनका बॉस गोली चला देता है..

गोली का निशाना प्रीत थी..

पर तभी प्रीत के आगे आ वीर खड़ा हो जाता है..ऑर गोली उसके बाजू मे लगती है..ये देख बिस्वा..उस बॉस को ख़तम कर देता है..


वीर इतनी तेज़ी से प्रीत के सामने आया कि कोई देख ही नही पाया.


दोनो लड़किया तो जैसे पागल हो गयी थी..

संजू..तुम ठीक तो हो ना जान..

प्रीत .क्यूँ मेरे आगे आए..मर जाने दिया होता मुझे.. ऐसे भाई के होने से अच्छा मर जाने दिया होता

.वीर..अरे मैं ठीक हूँ..


तभी गोली लगने का फ़ायदा उठा .अजय वीर के सिर पर होके स्टिक से हमला कर देता है .पर वीर तेज़ी से खड़ा होके स्टिक पकड़ लेता है ऑर अजय के पैर पर मारता है..

जिस से अजय का पैर टूट जाती है..

वीर अजय के सर पर वॉर करने ही वाला था कि तभी प्रीत उसे रोके देती है.हाथ जोड़ के *

वीर प्रीत के कहने पर रुक जाता है..

वीर..आज तुझे तेरी बेहन ने बचा लिया..वरना तू भी इनकी तरह आज मरा पड़ा होता..सुधर जा.वरना कहीं का नही छोड़ुगा...

उधर नीचे पड़ा अजय तड़फ़ रहा था दर्द से..तभी उसके फ्रेंड्स अजय को उठा चले जाते है..

ऑर वीर ऑर बाकी सब भी वहाँ से चल देते हैं ..


प्रीत..सॉरी वीर मेरी वजह से तुम्हे गोली लगी..


वीर..इट्स ओके यार.अगर गोली का निशाना संजू भी होती तो भी मैं यही करता
.नाउ रिलॅक्स..


फिर सभी वीर को डॉक्टर से इलाज करवाते है..

ऑर वीर फुल बाजू शर्ट पहन लेता है ताकि घर वाले ना देख सके


वीर बाकी सब कॉलेज ही आ जाते है..


प्रीत की गाड़ी कॉलेज मे ही खड़ी थी.


प्रीत...ओके वीर *मैं *आज का दिन कभी नही भूलूंगी *.जो तुमने मेरे लिया किया..तुमने मेरी जान बचाई है..ऑर अब इस जान पर हक सिरफ़ तुम्हारा है..


ऑर तभी वीर को हग कर लेती है..ऑर उसके लिप्स पर हल्का सा किस कर देती है.



संजू खड़ी सब देख रही थी..ऑर अंदर से रो रही थी..


जिसका पता वीर को लग जाता है..


प्रीत बाइ बोल चली जाती है..

वीर..मुझे पता है. संजू तुम मुझसे प्यार करने लगी हो पहले से ही..मैं भी तुम्हे प्यार करता हूँ..पर हम भाई बेहन है .


संजू...तो क्या हुआ मैं तुम्हारे बिना नही रह सकती चाहे जो हो जाए..अगर साथ नही रख सकते तो मुझे मार दो *


संजू अभी इतना ही बोली थी कि वीर अपने लिप्स संजू के लिप्स मिला देता है..

संजू पहले तो शॉक हो जाती है पर बाद मे वो भी साथ देने लगती है.

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