Fantasy अनदेखे जीवन का सफ़र

Post Reply
Kapil 77
Rookie
Posts: 89
Joined: 17 Jan 2018 17:00

Re: Fantasy अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by Kapil 77 »

बहुत ही खूबसूरत अपडेट कर डाली शर्मा जी ऐसे ही लिखते रहिए और बड़ा आप कह दे दीजिए आप की कहानी बहुत खूबसूरत है आपका दोस्त🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
User avatar
naik
Gold Member
Posts: 5023
Joined: 05 Dec 2017 04:33

Re: Fantasy अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by naik »

(^^^-1$i7) (#%j&((7) 😘
excellent update dolly ji keep posting
waiting your next update 😪
(^^d^-1$s7)
User avatar
Dolly sharma
Pro Member
Posts: 2746
Joined: 03 Apr 2016 16:34

Re: Fantasy अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by Dolly sharma »

Thanks to all 😆
User avatar
Dolly sharma
Pro Member
Posts: 2746
Joined: 03 Apr 2016 16:34

Re: Fantasy अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by Dolly sharma »

कड़ी 92
अब बस अगर कुछ सुनाई दे रहा था तो बस सिर्फ उस जानवर की चीखें। देखते ही देखते वहां जनवरों का नामो निशान मिट जाता है, जैसे वहाँ कभी कुछ था ही नहीं, सारे चमगादड़ भी गायब हो जाते हैं। उनकी जैसे अच्छी दावत हुई हो।

उधर दूसरी तरफ बिस्वा और आशीष, रामबा और उसके साथियों से भिड़े हुए थे।

बिस्वा- "अब खेल खतम हआ रामबा तेरा.." बोलकर अपने दोनों हाथों में तलवार निकालकर उस रामबा की तरफ दौड़ लगाता है और हवा से तेज भागते हए रामबा का सिर उसके धड़ से अलग कर देता है।

रामबा का सिर जमीन पर पड़ा हुआ था और उसकी आँखें पूरी खुली हुई थीं, जिसमें डर दिखाई दे रहा था और वहीं उसका धड़ अलग पड़ा हुआ था। जो कुछ देर में शांत पड़ गया। फिर उसकी बाडी में आग लग जाती है और वो फट जाती है।

जोर्डन जब अपने सबसे खतरनाक साथी की मौत होते हुए देखता है तो वो गुस्से में आ जाता है, और अपनी
आँखें बंद करके हाथ आगे करता है की तभी उसके हाथ के ऊपर बने एक टैटू से रोशनी निकलती है, और आसमान में चली जाती है। वो टैटू कोई आम नहीं था उसमें कुछ शैतानी दरिंदे जैसे जानवर की तरह दिखने वाले का टैटू था, जो की रोशनी के रूप में निकलकर आसमान में पहुँच गई। और वहां 6-7 दरिंदे सामने आ गए। जिनके हाथ में हथियार थे भाले के जैसे। बड़े-बड़े पंख थे जिससे वो चमगादड़ की तरह उड़ते हुए जोर्डन के सिर के ऊपर उड़ने लगे। और अजीब सी आवाज कर रहे थे। जिससे वहाँ के माहौल में जैसे दहशत आ गई हो।

जोर्डन उन दानवी चमगादड़ों की तरह दिखने वाले दानवों को हुकुम देते हुए- “जाओ और खतम कर दो सबको जो भी दिखे...”

जोर्डन का आदेश मिलते ही वो जीव सबसे पहले बिस्वा की तरफ आते हैं।

बिस्वा का ध्यान उन जीवों पर पड़ता और वो कुछ करता उससे पहले वो जीव अपने पँखों को बिस्वा की तरफ
जोर से हिलाते हैं। जिससे हवा का तूफान जैसा बन जाता है और वो बिस्वा को उड़ाता हुआ दूर तक ले जाता है। बिस्वा काफी दूर उड़ता हुआ गिरता है।

तभी वीर का ध्यान बिस्वा की तरफ जाता है और वो आकाश को बिस्वा की मदद के लिए भेजता है- “जाओ
आकाश अब तुम्हारी बारी है..”

वीर का बोलना ही था की आकाश भागकर आसमान की तरफ उछलता है। जिससे जमीन पर गड्ढा सा बन जाता है और वो आसमान में काफी ऊंचा उड़ता हुआ पहुँच जाता हैं। आकाश वहीं अपने असली रूप ड्रैगन में बदल जाता है। जो की बहुत बड़ा दिख रहा था, उंचाई पर होने के बावजूद भी।

आकाश अपने ड्रैगन रूप में एक दहाड़ मारता है और आग की लपटें छोड़ता है। जिससे लग रहा था जैसे आसमान में आग का बदल बन गया हो। आकाश की दहाड़ और आगे की लपटें देखकर वहाँ मौजूद का दिल काँप जाता है। और तो और पूरा मार्गन प्लैनेट जैसे काँप जाता है।

जोर्डन तो आकाश के इस रूप को आँखें फाड़े देख रहा था। उसका तो दिमाग इस विशालकाय और खतरनाक ड्रैगन को देखकर ही दहल चुका था। और अब शायद वो उस वक्त के बारे में सोच रहा था, जब उसे वीर लोगों से पंगा लेने का खयाल भी आया था। जिसका दोस्त ऐसा है तो खुद वीर कितना ताकतवर होगा? वो ये जोड़ घटाना भी नहीं कर पा रहा था।

वहीं आसमान में आकाश के ड्रैगन रूप के सामने जोर्डन के गलाम जीव तो जैसे बौने छोटे कीड़े मकोड़े जैसे थे।

सब तो आकाश की दहाड सनकर ही काँप गए थे। लेकिन जोर्डन के जो खास थे तो वो अब पीछे भी नहीं हट सकते थे। वो सब एक साथ आकाश पर हमला करने का सोच ही रहे थे की आकाश आगे बढ़ता है और उनमें से एक को अपने पंजे में पकड़ लेता है। और अपने पंजे में पकड़पर उस जीव को कीड़े की तरह मसल डालता है।
User avatar
Dolly sharma
Pro Member
Posts: 2746
Joined: 03 Apr 2016 16:34

Re: Fantasy अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by Dolly sharma »

ये सीन देखकर उन जीवों का लीडर सोच में पड़ जाता है। फिर वो सबको कुछ बोलता है और फिर देखते ही देखते सारे जीव एक-एक करके काले धुर्वे में बदल जाते हैं और एक-एक करके सब अपने लीडर के शरीर में सामने आने लगते हैं। कुछ ही पलों में वहाँ काले धुर्वे का काफी बड़ा बादल सा बन जाता है और फिर जैसे उस
धुर्वे से ही एक जीव एक जान फाड़ आवाज निकालता हुआ सामने आता है।

ये वो लीडर ही था जिसके अंदर उसके सारे साथी समाए थे। अब सबकी शैतानी शक्ति एक साथ हो गई थी और अब वो आकाश के ड्रैगन के रूप के जितना बड़ा भी हो गया था लेकिन फिर भी थोड़ा सा छोटा था। वो जीव अब अपने त्रिशूल से आकाश के ऊपर हमला करता है। जिससे देखकर आकाश आग की जोरदार लपटें निकालता है जिससे वो हथियार रास्ते में ही जलकर रख हो जाता है।

तरंगें सी बन जाती हैं और वो जैसे ही उस शैतानी आकाश फिर से एक जोरदार दहाड़ मारता है जिससे जीव से टकराती हैं तो वो पीछे हो जाता है।

यह देखकर जीव अपने हाथ से आग के गोले ड्रैगन पर फेंकता है। तभी आकाश दोबारा से अपना मुँह खोलता है। और आग उगलने लगता है। उस जीव के आग के गोले ड्रैगन की आग के अंदर ही खतम हो जाते हैं। पर एक जोरदार बिस्फोट भी होता है। जिससे आसपास काफी तबाही सी होने लगती हैं। इधर-उधर आग की जैसे बारिश हो रही थी आसमान से।

वीर आकाश के माइंड में- “आकाश इसे लेकर तुम दूसरे ग्रह पर जाओ, जो निर्जीव हो और कोई जीवन ना हो। यहां तुम दोनों के युद्ध से भारी तबाही हो सकती है, और आम लोगों को भी नुकसान पहुँच सकता है। मैं एक पोर्टल बनता हूँ। तुम इस दानव को लेकर जाओ.."

आकाश- “जी भाई अपने सही कहा। ये दानव कुछ ज्यादा ही ताकतवर है। लेकिन मेरे से ज्यादा नहीं। आप पोर्टल खोलो। मैं इसको अभी लेकर जाता हूँ..."

वीर तुरंत एक पोर्टल खोल देता है जिसे देखकर आकाश अपनी पूरी स्पीड में उड़ता हुआ अपने पंजों से उस जीव को पकड़ लेता है, और पोर्टल के श्रू दूसरे प्लैनेट पर पहुँच जाता है, और वहाँ जाकर उस जीव को वहां की जमीन पर फेंक देता है।

वीर तेज आवाज में- “जार्डन अब मैदान में आ भी जा, क्या वहीं दूर खड़े-खड़े अपनी सेना को मरते हए देखने का इरादा है?"

जोर्डन जोर से चिल्लाता हआ- "वीर मैं तम सबको जलाकर राख कर दंगा। बहत देख लिया तम सबका तमाशा, अब कोई नहीं बचेगा। मैं सर्व शक्तिमान हूँ। मेरे आगे कोई नहीं टिक सकता। सूरज की शक्ति है मेरे अंदर। तुम मेरा बाल भी बांका नहीं कर पाओगे। सब कुछ जलाकर रखकर दूँगा मैं। तुम्हारे साथ-साथ अब ये पूरा मार्गन प्लैनेट भी जलेगा साथ में..."

वीर मुश्कुराते हुए- “वो तो टाइम ही बताएगा की कौन किसे मारता है? आ जा.."

लिया और अलीजा को वहां से दूसरे प्लैनेट में जाने को बोलकर एक पोर्टल बना देता है, जिससे दोनों वहाँ से चली जाती हैं।

उधर जार्डन भी अब मैदान में आ गया था और वो तेजी से भागता हआ वीर की तरफ बढ़ता है, और एक जोरदार लात वीर के सीने पर मारता है लेकिन वीर अपनी जगह से बस थोड़ा सा पीछे होता। जार्डन का हमला जोरदार था लेकिन वीर की शक्ति।

वीर अपने कपड़े झाड़ता हुआ- “क्या जार्डन डार्लिंग, बस इतना ही दम है तेरे अंदर? देख कितनी चोट लगी है मुझे.." और वीर मुश्कुराने लगता है।

जिसे देखकर जार्डन का दिमाग खराब हो जाता है।
* * * * * * * * * *
Post Reply