Incest सपना-या-हकीकत

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rajan
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Re: Incest सपना-या-हकीकत

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UPDATE. 011

अब तक
पापा - देखिये आप कुछ संकोच ना करिये दीदी अगर आपका मन है तो आप रागिनी पास जा सकती है ऐसा कहते हुए पापा अपना हाथ मौसी के हाथ पर रख देते है ।

इतने में मा लंड को मुह से बाहर करके बोली - आईये ना दीदी

मौसी थोडा सा नीचे की तरफ सरकती है तो पापा बोलते है आप निसंकोच जाईये ,,,, ये बात हमारे बिच ही रहेगी

अब आगे

फिर मा बोली - आओ ना दीदी मज़ा लो आप भी ,,, ये कहकर वो पापा के पैर के किनारे हो जाती है ।
फिर मौसी भी पापा के दुसरे किनारे आ कर थोड़ा हिचकिचा के एक नजर पापा के फुकार मारते लंड को देखती फिर थोड़ा सा पापा को देखा जो उनको लंड की तरफ इशारा करते है फिर मौसी पापा के गीले और कडक लण्ड पकड़ के उसकी चमडी सुपारे से नीचे उतर के पापा की आँखो मे देखते हुए अपना जीभ सूपाडे पर घुमाती है और फिर पुरा लण्ड एक साथ मुह मे भर लेती हैं,,, इधर पापा पुरे जोश मे आँखे बंद किये मुखमैथुन का आनंद लेने लगते है ,
मौसी पापा के सुपाडे को चुस्ते हुए उनके आड़ो को सहलाती है

पापा - ओझ्ह्ह्ह्ह अह्ह्ब्ब क्या चुस्ती हो आप दीदी लंड को उम्म्ंम आह्हह ऐसे ही हाआ उम्म्ं उफ्फ्फ्फ और अन्दर लो दीदी उम्म्म्मह्ह्ह्ह उफ्फ़फ्फ्फ अझ्ह्ह्ह्ज्ज उह्ह्ह्ह
करिब 5 मिनट की चुसायि से पापा मौसी के मुह में ही झड़ जाते है जिसे मौसी के बाद मा भी चाट कर उन्के लण्ड को साफ करती है

फिर पापा उठ के बैठ जाते और दीवाल से टेक लगा बैठ जाते है फिर कहते है - आज कितने साल मेरी एक इच्छा पुरी हुई

मौसी - कैसी इच्छा जमाई जी
मा - अरे दीदी जबसे मैने इनको बताया कि मैने लंड चूसना आपसे सिखा है तबसे ये आपसे अपना लंड चुस्वाना चाह्ते है

मौसी - अच्छा ,,,अब तो खुश है ना जमाई जी आपकी मनोकामना पूरी हो गई

पापा - अभी कहा
मौसी - क्यो अभी भी कोई इच्छा अधूरी है क्या जमाई जी ,,, अपने हाथो से पापा का लंड सहलाते हुए बोली

पापा - एक हो तो बताऊ दीदी ,,,, फिर पापा मौसी की चुचियो को देखने लगे

मा पापा के एक साइड मे उन्के कन्धे पर सर रख के लेती हुई उन्के पेट सहला रही थी जबकि मौसी पापा के सामने बैठ के उनका लंड हिला रही थी


मौसी - अब कौन सी ख्वाईश बाकी है जमाई जी
पापा मा की चुचियो को अपने हाथो से मौसी के सामने से मिजते हुए बोले - नही नही दिदी वो उचित नही होगा

मा - अरे दीदी ये ऐसे ही शर्माते रहेंगे ,,,मै बताती हू

मौसी - अच्छा बता फिर
मा - जानती हो दीदी ,, ये आपके चुचियो के दीवाने हमारे सादी के दिन से है और तबसे लेकर रोज आपके चुचियो को भोगना चाहते है

मौसी शर्माने का नाटक करते हुए बोली - क्या छोटी तु भी ,,, ऐसा कुछ नही है,,है ना जमाई जी

पापा आपना हाथ मा की चुची से हटाकर मौसी के हाथ को पकड़ लेते है और कहटे है - ये सच कह रही है दीदी ,,, मै दिवानो की तरह आपको भोगना चाहता हू ,,और आपकी इजाजत हो तो क्या मै ....

मौसी अपनी तारिफ से शर्मा के घूम गयी
और मा ने पापा को इशारा किया की जाओ आपका काम हो गया

पापा ने तुरन्त अपना बनियान निकाला और मौसी को पीछे से उन्के कन्धो को पकड़ा और गरदन को चूम लिया
मौसी को मदहोसी होने लगी उनकी तेज़ सांसो से उनकी भारी चुचिया ऊपर नीचे होने लगी

उधर मा दीवाल से लग कर पापा और मौसी को देखते हुए अपनी चुची मसलने लगी

अनदर का माहौल पुरा सेक्स से भरा था और मै तेज़ी से अपना लंड सहला रहा था

पापा ने हाथ आगे ले जा कर मौसी के नरम पेट पर ले और फिर चुचीयो को नीचे से उठा कर उन्हे मसल्ने लगे और मौसी आहे भरने लगी

ईइसीईई उम्म्म्म्म्मह्ह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह्ह उम्म्ंम्ं उद्फ्फ्फ जमाई जी ये क्या कर रहे हैं आप

पापा - ओह्ह्ह रज्जो रानी तूम्हारी चुचिया कितनी मस्त है और नरम है ,,,, मै इन्ही का तो दीवाना हू

मौसी नशे में मदमस्त होकर उह्ह्ह्ह्ह इस्स्स्स्स उफ्फ्फ्फ हम्म्मम्ं कर रही थी

फिर पापा ने मौसी को बोला - रज्जो मेरी जान आजाओ लेट जाओ , मुझे तुम्हारी चुचियो को चूसना है

फिर मौसी बिना कुछ बोले लेट गयी और पापा मौसी के बाई तरफ लेट के उनकी चुचियो पर हाथ घुमाने लगे और फिर मौसी के होटों के चूसने लगे

मौसी पूरी तरह से पापा के काबू मे थी और उधर जब मेरी नज़र अचानक मा पर गयी तो देखा मा अपना पेतिकोट ऊपर से ही चुत को सहलाए जा रही थी

ये सब मुझे एक सपने जैसा लग रहा था
उधर मौसी पूरी तरह खुल के पापा का साथ दे रही थी और फिर वो पल आया जब पहली बार पापा ने अपने जीभ से मौसी के डार्क चोकोलेटी निप्प्ल को चाटा और

मौसी - उह्ह्ह्ज जमाई जी

फिर पापा ने भर भर के मौसी की चुचियो को चूसने लगे और मौसी आहे भरने लगी

मौसी - आह्हह जमाई जी ,,,, और चुसो इस निगोड़ी को ओह्ह्ह्ह्ह्ह उम्म्ंम्ं आअह्ह्ह ऐसे ही मेरे राजा ,,, आज मेरी प्यास बुझा दो

पापा - हा रज्जो मेरी जान,,, आज बरसो बाद मेरी आपको भोगने की इच्छा पूरी हो रही है

मौसी - उह्ह्ज्ज उह्ज्ज मम्मंंं उफ्फ्फ्फ आह्हह ,,,, भोग लो मेरे राजा, मै अब तुम्हारी हू
पापा फिर चुचियो को छोड़ नीचे गये और मौसी का पेतिकोट खोल दिया और निकाल दिया

मौसी की मोटी मोटी गदराई जांघो के बिच पापा उनकी फुली हुई चुत देखने लगे जिसपर हल्के बाल और अपना लंड हिला रहे थे

और फिर मा को इशारे से बुलाया ,,,मा समझ गई और पापा के लंड को मुह में लेकर चूसने लगी फिर जब लंड गिला हो गया तो मा पापा को देखते हुए मौसी की चुत को दुलारने लगी,,,मनो पापा को बोल रही हो कि आओ अपने सपने को हकीकत बना लो

मौसी आँखे बंद किये अपनी चुचियो को रगड़ रही
फिर पापा ने भी मौसी की जन्गो को फैला देर ना करते हुए उनकी गीली चुत में अपना लंड डाल दिया और मौसी की आह्ह्ज निकल गयी

फिर पापा मौसी को चोदने लगे

मा - क्यो दीदी मज़ा आ रहा है ना चुद के ,,,, मै ना कहती आपको की ये आपको बहुत जोर से चौदेंगे
मौसी --- उम्म्ंम आअह्ह्ह ओह्ह्ह हाआआ छोटी

पापा मौसी की जांघो को ऊचा कर उन्के ऊपर आ कर उनकी दोनो चुचियो को चुस्ते हुए चोदने लगे और मौसी और तेज़ आहे भरने लगी

पापा - तो मतलब मेरी रज्जो रानी भी मुझसे चुद्ना चाहती थी
मौसी - उह्ज्म्ंं इफ्फ्फ आआह्ह्ह इह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह उम्म्ं हा जमाई जी , छोटी हमेशा बताती की आप उसे चोदते वक़्त मुझे ही याद करते है तो मेरा मन भी आपकी मेरी जिस्म की तडप के लिए मचल उठता था उम्मममं ओह्ह्ह्ह्ह और तेज़ चोदो जमाई जी मेरा होंने वाला है

पापा - जरुर मेरी रन्डी रज्जो जान और फिर पापा थप थप थप थप करके कस कस के मौसी को चोदने लगे ,,,,,
करीब 15 मिनट की जबरदस्त चुदाई के बाद

पापा -मेरा भी होने वाला है रज्जो दीदी

और फिर पापा ने लंड को चुत से निकाला और फुर्ती से मौसी के पेट पर बैठ के सारा माल उनकी भारी चुचो पर गिराने लगे फिर लंड को उनकी चुचो पर रगड़ कर उनके चेहरे के पास गये और मौसी ने तुरंत लपक कर लंड मुह मे ले लिया और बचा कुच माल भी चुस के लण्ड छोड दिया

उधर मा भी अपना पानी निकाल चुकी थी
और मै तो 2 बार झड़ गया था

फिर थोडी देर बाद मा बोली - अरे दीदी चलो हम साफ होकर आते है

मुझे लगा अब मुझे य्हा से निकल जाना चाहिये
तभी मौसी बोली - नही छोटी ये मेरे आशिक़ का मेरे जिस्म पर उनका प्यार है और अपनी चुची पर लगा माल को उगली से मुह मे चातते हुए बोली - आज रात ऐसे ही रहना है मुझे और पापा को देखने लगी


फिर मै वहा से निकल गया और ऊपर आकर सो गया

अब देख्ते है आगे क्या होता है
rajan
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Re: Incest सपना-या-हकीकत

Post by rajan »

UPDATE 012

पिछले अपडेट मे आपने पढा की कैसे पापा ने मौसी को भोगा
अब आगे

सुबह करीब 8 बजे मेरी नीद खुली मै फ्रेश होकर नीचे गया तो पापा , मौसी , मा नासता कर रहे थे

मौसी - अरे राज ,, आओ बेटा तुम भी नास्ता कर लो
फिर मै भी नाश्ता करने लगा
फिर मैने पापा को बोला - पापा मुझे अब एक मोबाइल चाहिये

रात मे मौसी की दमदार चुदाई के बाद पापा का मूड खुश था ही तो बोले - ठीक है बेटा लेलो ,,, वैसे भी घर पर एक मोबाइल जरुरी है

मा - हा जी बहुत जरुरी हो गया मोबाइल आजकल

फिर पापा ने मुझको कहा कि - ऐसा करो राज तुम मौसी को लिवा लो और बाजार चले जाओ ,, रागिनी कह रही थी कि रज्जो दीदी के पास कप्डे नही है

मै - ठीक है पापा
फिर मौसी सारा कप प्लेट लेकर किचन मे जाने लगी तो पापा की नज़र मौसी की भरी भरकम चुतड पर थी तो ऐसे हिल रहे थे मानो बडे बडे दो गोल गोल रुई के गठ्ठरो को बान्ध दिया गया हो

फिर मा निचे दुकान मे गयी और मै अभी नास्त कर रहा था
पापा किचन मे जाते हुए बोले - मै जरा हाथ धुल लू कौन ऊपर जायेगा और वो किचन मे गये मै समझ गया अन्दर कुछ चल रहा है फिर पापा जाते जाते बोले - अच्छा राज मार्केट से वापस आते वक़्त आपनी मौसी को दुकान पर लेते आना देख लेंगी वो भी

मै नसता करते हुए हा मे सर हिलाया

फिर नास्ता खतम करके कीचेन मे गया और बरतन सिंक मे डाल के हाथ धोते मौसी से बोला

मै - तो मौसी कब से चलना है बाजार
मौसी - बस 10 मिनत रुक मै तैयार हो रही हू फिर चलते है

फिर मौसी हाथ मुह धुल के बेडरुम मे गयी और मै भी उन्के पीछे गया

मौसी ने मा की सारी उतार दी
और ब्लाऊज भी क्योकि उन्होने रात से ही ब्रा नही पहनी थी उन्के चुचे उछल के बाहर आ गये

मै - मौसी आज तो पिला दो दूध ,,, कोई है नही

मौसी मुस्कुराते हुए बोली जा पह्ले दरवाजा बंद करके आ
मै खुशि से जल्दी से दरवाजा लॉक किया

और मौसी के पास आ गया फिर मौसी ने इशारे से मुझे आगे बढने को बोला
मै लपक कर दोनो चुचियो को पकड़ा और बारी बारी से चूसने

मौसी आँखे बंद करके मेरे बालो मे हाथ फिरा रही थी
फिर मैने उनको लिटा के उन्के बगल मे लेट कर एक एक करके चुचो को म्सल्ते हुए चूसने ल्गा

मौसी - उम्म्ंम ओह्ह्ह्ह राज बेटा बस कर
मै - मौसी आपकी चुची इतनी बड़ी कैसे हैं ,,,,वापस निप्प्ल पर जीभ लगा कर चाटने लगा

मौसी - हम्म्म्म उह्ह्ह्ह ,,,वो तो ऐसे ही चूसने वालो ने बड़ी कर दी है ।

मै आँखे बड़ी करके बोला - तो क्या रमन भईया अभी भी दूध पिते है क्या आपका ,,, इतना बोल के मौसी के निप्पल को दांतों से हल्का सा काता

मौसी - उम्म्ंम्ं वो तो रोज ही चुस्ता है इनको बेटा ,,,,,ओह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह

मै मन मे सोचने ल्गा ,,लगता है मौसी रमन से भी चुदती है
लेकिन मौसी ने कहा कि चूसने वालो ने उनकी चुची बड़ी की है तो मौसा पापा के अलावा किस किस से चुद चुकी है मौसी इसका पता लगाना पडेगा

इसी बीच मै लगातार मौसी की चुचिया चुस्ता और दबात रहा
फिर मैने धीरे धीरे अपना एक हाथ मौसी की चुत पर पेतिकोट के ऊपर से रख दिया

मौसी - आह्ह्ह्ह लल्ला क्या कर रहा है उम्म्ंम्ं
मै - कुछ नही मौसी बस दूध ही पी रहा हू

और मौसी की एक चुची मुह मे लेके उनकी चुत को सहलाते हुए बोला - अच्छा तो मौसी क्या रमन भैया आपकी गांड भी चुस्ते है क्या जो ये भी बड़ी हो गयी

मौसी एकदम मदहोश थी और बोली - नही लल्ला वो तो इसे चौ..... इह्ह्ह अह्ह्ह्ह इह्ह्ह्ह उम्म्ंम
इतना बोल के मौसी झदने लगी

और फिर मुझे उठा कर बोली बस कर लल्ला तू निचे जा मै नहा के आती हू

मेरा लंड एकदम खड़ा था जब मैं उठा तो मौसी की नजर मेरे लंड पर गयी ,,,, फिर वो मुस्कुरा कर ऊपर चली गयी

मै थोडी देर निचे दुकान मे रहा फिर मौसी आई और हम बाजार चले गये पहले मैने एक android फॉन लिया और फिर हम एक बडे कपडे वाले दुकान पर गये

जहा मौसी ने 2 फुल साइज़ बटन वाली मैक्सि ली फिर हम लोग पैसे देकर मेरे दुकान पर निकल गये

दुकान पर पापा मौसी को देखते ही खिल गये और फिर हम तीनो अन्दर गोदाम मे बने एक रेस्टरुम मे चले गये

फिर पापा ने मुझे बोला की जाओ 3 ठंडा लाओ तब तक मै दीदी को घर घुमा दू

मै समझ गया कि इन दोनो की रासलीला होगी थोडी बहुत और मुझे ठंडई लेकर आने मे कम से कम 20 मिनत लगते

फिर मै दुकान से निकल गया और कुछ दूर जाने के बाद मुझे गन्ने के जूस वाला मिल गया तो मेरे दिमाग मे शैतानी आइडिया आया

मैने जल्दी से गन्ने का रस 3 ग्लास पैक करवाया और समय से 10 पहले ही वापस आ गया और चुपचाप रेस्टरुम की तरफ गया तो अन्दर मेरे अनुमान अनुसार काम चालू था


मौसी निचे बैठ कर पापा का लंड मुह मे किये गप्प गप्प चूसे जा रही थी

मन मे आया कि अभी जाकर मै भी शामिल हो जाऊ फिर मैने विचार बदल लिया और थोड़ा वापस आकार आवाज लगाते हुए अन्दर आने ल्गा त्ब्तक दोनो सतर्क हो अलग हो गये

पापा - अरे बेटा तू जलदी आ गया
मै - हा पापा वो रास्ते मे गन्ने के रस वाला मिल गया तो सोचा ठण्डई से अच्छा यही ले चलू

पापा - अच्छा किया
फिर हमने रस पिया और मै मौसी घर आ गये

शाम को 4 बजे मै कोचिंग चला गया

कोचीन्ग मे चंदू को देखते ही मुझे रजनी की चुदाई याद आ गयी

मैने सोचा अब जल्द ही इसके बारे मे चंदू से बात निकलानी पड़ेगी ।


अब आगे देखते है क्या होता है
rajan
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Re: Incest सपना-या-हकीकत

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अपडेट 13

शाम होते होते मै दीदी के साथ वापस घर आ गया तो मा दुकान मे लगी थी फिर मै भी उनका हाथ बटाया फिर थोडी देर बाद मा ऊपर चली गयी ।

करीब 10 मिनत बाद मेरी चाची दुकान पर आई और कुछ सृंगार का सामान लिया
बातो ही बातो मे पता च्ला कि चाची, निशा दीदी और राहुल के साथ अगले हफ्ते भोपाल जा रहे हैं चाची के भाई की लडकी की शादी है ।

फिर वो सामान लेकर चली गयी और थोडी देर बाद मै दुकान बंद किया और छत पर चला गया

ऊपर मा और दीदी कीचेन मे खाना बनाने की तैयारी मे लगी थी और अनुज पढाई कर रहा था ,,,,लेकिन मौसी नही दिख रही थी कही

मै मा से पुछा - मम्मी, मौसी कहा गयी
मा - अरे बेटा उन्का फोन आया है वो छत पर बात कर रही है

ये सुनकर मै भी ऊपर चला गया और देखा मौसी ने आज ली हुई मेक्सि पहनी है

इतनी ढीली मैक्सि मे भी उन्के पहाड़ जैसे निकले चुतड साफ दिख रहे थे


मुझे देखते ही मौसी ने फोन पर बोला - ठीक है फिर मै बाद में बात करूंगी आपसे और कॉल काट दिया

मुझे ऐसा ल्गा की मौसी कुछ छिपा रही थी फिर मैने इग्नोर किया और मौसी के पास चला गया

मै - अरे मौसी किस्से बात हो रही थी
मौसी - लल्ला वो रमन ने फोन किया था , पुछ रहा था कब आओगी
मै मौसी को छेड़ते हुए - हा बेचारे 3 दिन से दूध के लिए तरस रहे होन्गे भईया

मौसी शर्माते हुए बोली - तू भी पागल है लल्ला

मै मौसी को पिघलता देख पूछा- अरे मौसी सुबह मैने जो पुछा वो आपने बताया ही नही

मौसी - क्या ल्ल्ला ,, मै समझी नही
मै मौसी के गोल भारी भरकम चुतड़ को सहलाते हुए बोला - यही कि आपका ये इतना बड़ा कैसे हो गया

मौसी ने मुसकुराते हुए कहा - लल्ला वो तो किसी के मेहनत का नतिजा है कि वो इतना बड़ा हो गया है ,,,, हिहिहिह

मै - वैसे कितने लोगो ने मेहनत की है मौसी ,,,,,, ये बोल के उनकी गद्देदार गांड को दबा दिया

मौसी - बहुत बदमाश हो गये हो लल्ला ,,,
मै - बताओ ना मौसी
ये बोल कर मै उन्के पीछे हो गया
शाम के 7 बज रहे थे और सब तरफ अंधेरा ही था लगभग

और मेरा लंड चढ़ढे मे खड़ा था तो ऐसे ही उनको पीछे से पकड़ कर बताने की जिद करने ल्गा

मौसी - अरे ल्ल्ला छोड मुझे
मै - नही बताओ ना पहले
मौसी हस्ते हुए अच्छा ठीक है बताती हू लेकिन ये किसी को बताना मत

मै उनको और चिपक गया और मेरा लन्द उनकी गाड़ की दरारो मे अन्दर गया

मै - हा प्रोमिस मौसी

मौसी मुस्कुराते हुए - ल्ल्ला मेरे इसको बड़ा करने मे दो लोगो का खास हाथ है ,,,हिहिहिही

मै जानबूझ कर-- दो लोगो का खास हाथ मतलब और भी लोगो ने इसका मज़ा लिया है

मौसी शर्माते हुए -- हम्म्म
मै - कौन कौन है वो खुशनसीब लोग

मौसी - धत्त पागल मै नही बताने वाली अब कुछ भी
मै मौसी की गांड मे लन्द को और अन्दर की तरफ धसा कर एक हाथ से उनकी चुत को मैक्सि के ऊपर से छुते हुए बडे प्यार से बोला - बताओ ना मौसी मै किसी को नही कहुन्गा

मौसी मदहोश होने लगी - बेटा मान जा क्यू जिद कर रहा
मै - प्लीज मौसी बताओ ना

मौसी - वो तेरे मौसा और ...
मै - और कौन
मौसी - तेरे पापा
मै चौक गया कि पापा ने रात में मौसी की गांड भी चोद दी साला
मै -क्या पापा भी ,,, लेकिन कब
और उन्के चुचो को मैक्सि के ऊपर से मस्लने ल्गा
मौसी - लल्ला वो कल रात मे .... उम्म्ं ओह्ह्ह
मै - अच्चा और बाकी दो खास लोग कौन है जिन्होने सबसे ज्यादा मेहनत की आपकी गांड मे

मौसी - आह्ह बेटा मान जा क्यो जिद कर रहा है
मै - प्लीज बताओ ना मौसी
मै लगातार लंड को गांड मे रागड़ते हुए चुचियो को मसल रहा था और मौसी आहे भर रही थी फिर वो बोली तो मेरे कान खड़े हो गए क्योकि मुझे इसकी उम्मीद नही थी

मौसी - वो राजेश और रमन ने आह्हह उह्ह्ह्ह
मै सोचने रमन भईया के साथ राजेश मामा से भी मौसी चुद गयी है ।
मेरे मन मे कई सारे बाते आने लगी की मामा से कबसे चुदवा रही है फिर रमन भैया ,,, कही मा भी तो नही राजेश मामा से

फिर मैने सोचा ये सब बाद मे अभी इस चुद्क्क्ड को चोदने का सोच

फिर मै बोला - मौसी क्या मै भी थोड़ा मज़ा ले स्कता हू इनका
मौसी मदहोसी मे - आह्हह लेले लल्ला मे रोक थोडी रही हू

फिर मुझे ल्गा की अभी सही समय नही रात मे कोशिस करता हू लेकिन सुबह से लंड खड़ा था तो इसको शांत करना पडेगा

फिर मैने अपना कच्छा निचे किया और लंड बाहर आ गया और मौसी का हाथ पकड़ के लंड पर ले गया
मौसी - अभी नही लल्ला सब निचे है रात मे देखते है

मै - हा लेकिन अभी इसको चुस के शांत कर दो सुबह से खड़ा है

मौसी थोडी मुसकुराते हुए बिना कुछ बोले निचे बैठ गयी और गपगप लंड को मुह मे लेके चूसने लगी

आज पहली बार किसी ने मेरे लंड को चूसा था मै हवा मे उड़ने ल्गा और आहे भरने लगा

थोडी ही देर मे मेरा लंड कडक हो गया और मुझे लगा अब निकल जायेग तो मै मौसी का सर पकड़ के तेज़ी से मुह मे चोदने ल्गा और फिर उन्के मुह मे ही झड़ गया

फिर मौसी ने अच्छे से मेरा लन्द को साफ किया और बोली - तुने तो थका दिया आज तक किसी ने मेरे मुह ऐसानही चोदा

मुझे खुद पे नाज हुआ और फिर हम निचे चले गये

फिर पापा आये तो हम लोग खाना खा रहे थे इसी बिच लाईट कट गयी

मा - आज लगता है छत पर ही सोना पडेगा ,,,वो इमरजेंसी लाईट ऑन की

फिर हम लोग खाना खा कर छत पर आ गये
मा ने बड़ी वाली चटाई बिछाई
फिर हम लोग बैठ के बाते करने लगे और मै मौका देख कर एक साइड लेट गया

थोडी देर बाद दीदी अनुज को लिवा के निचे चली गयी क्योकि उनके कमरे मे बाहर से खिडकी की व्यव्स्था थी

मै भी खुश था
ऐसे ही बात चित हो रही थी और मै सोने का नाटक किया
करीब 5 मिंट बाद किसी ने मेरे चेहरे पर टॉर्च मारी

पापा - लगता है राज सो गया
मौसी - हा ये बहुत जल्दी सो जाता है देख रही हू

मै मन ही मन खुश था कि आज जो होगा मेरे सामने होगा

पापा - चलो अच्छा है अब हम लोग भी आराम से कुछ कर सकते है

मा - क्या बोल रहे हैं आप ,, राज यही सोया है और आपको वो सब सूझ रहा है

पापा - अरे वो सो गया है और पहली नीद है तो जल्दी नही उठेगा

मा - फिर भी मै मेरे बेटे के सामने कैसे

पापा- ठीक है तू राज के बगल मे लेट जा ,, इधर हम और रज्जो दीदी अपना काम कर लेंगे

मा - ठीक है लेकिन ध्यान से ,,,और दीदी तुम हस रही हो

मौसी - अरे छोटी अपने आसिक़ की तडप देख रही हू

पापा - हा अब देर ना करो मेरी रज्जो रानी और जल्दी से मेरा लौडा चुस के गिला करो मुझे आपकी गांड मे घुसाना है

मौसी - सीधा वही ,,हिहिही
पापा - क्या करू मेरी चुद्क्क्ड रज्जो रानी ,,,कल रात मे जब से तुम्हारी गद्देदार गान्द मे चोदा है और कुछ सूझ नहीं रहा ,,,, अब और चुसो इसे

बहुत हल्की चांदनी रात थी मैने देखा
पापा खड़े हैं और मौसी उनका लंड चूसे जा रही है और मा करवट लेके उन्ही को देख रही है
फिर पापा ने मौसी को घोड़ी बनाया और मौसी की मैक्सि को कमर तक उठाया और उनके चुतडो पर किस्स किया और फिर गिला लंड मौसीकी गांड मे डाल दिया

मौसी - अह्ह्ह्ह जमाई जी
पापा - मज़े लो रज्जो रानी

फिर थप थप थप थप थप थप थप की आवाज आने लगी

मै सिधा लेट गया क्छ्छे मे खड़े लौडे को सहलाने ल्गा

मेरे बगल मे मेरी मा मैक्सि मे पापा की तरफ करवट लेके लेती हुई पापा को मौसी को चोदते हुए देख रही थी और गरम हो रही थी

मौसी - अह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्च जमाई जी ऐसे ही और तेज़ अह्ह्ह्ह इह्ह्ह्ह
पापा- हा लो मेरी रज्जो जान,,,और पापा तेज़ी से लण्ड मौसी की गांड मे अंदर बाहर करने लगे और उनकी जान्घे मौसी की गद्देदार चुतडो पर टकरा कर थप थप थप थप थप थप थप की आवाजे निकाल रही थी


करीब 5 मिनट की तबत्तोड़ चुदाई के बाद

पापा - अह्ह्झ रज्जो मेरी जान मेरा निकलने वाला

इतने मे मा झट से उठ के पापा गयी और बोली - मेरे मुह मे दिजिए मैने परसो से आपका माल नही चखा

पापा ने लंड को मौसी के गांड से निकाला और मा के मुह डाल दिया और सर पकड के मा का झटका मारने लगे

मा ने सारा माल पी लीया
फिर बोली - अब मुझे भी चोद कल से तडप रही हू

पापा - रज्जो दीदी आप थोड़ा राज के तरफ आराम करिये मै जरा

मौसी - ठीक है जमाई जी लेकिन अभी मेरी चुत को भी आपकी सेवा चाहिये ,,, हो जायेगा ना आपसे

पापा- आप कहो तो पूरी रात खिदमत करू ,,,हहहहह

मा - पहले मुझे शांत तो करो
फिर सब हसने लगे

फिर पापा मम्मी को नगा कर लिटा दिया और उनकी चुचियो पर टुट पडे

अब मौसी उसी तरह से करवट लेकर मा और पापा की रासलीला देखने लगी

और मुझे जिस मौके का इंतज़ार था वो आ गया


आगे देख्ते है क्या होता है
rajan
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Re: Incest सपना-या-हकीकत

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मै - अरे वाह मा क्या गजब की कहानी थी । लेकिन क्या सच मे आपने शादी के बाद भी नही सोचा नाना जी या मामा के बारे मे

मा - दीदी ने तो बहुत जोर दिया की आ साथ मे मज़े करते है लेकिन तेरे पापा का प्यार मुझे रोज मिलता था ,,, लेकिन अब देख रही हू कि ये भी दुसरी औरतो मे खोये रह रहे है

मै - तो क्या आप भी अब नाना या मामा से
मा - बेटा मन तो मेरा भी था की एक बार बाऊजी से लेकिन अब बहुत लेट हो गया है ,,,अब उनकी उम्र भी हो चुकी है और पता नही वो पहले जैसे

मैने मा को भावुक देखा तो उनकी तरफ घूम कर बोला - कोई नही मा मै हू ना हिहिहिही

मा - धत्त पागल,,,चल अब बहुत देर हो गई है सो जा ,,, कल शॉपिंग करना है ना
मै भी बुआ की चुदाई से थक गया था रात के 1 बजे थे तो मै भी मा से लिप्त कर सो गया ।


अब देखते है दोस्तो राज की अगली सुबह उसके जीवन मे कौन से नये रंग लेके आती है ।
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