रजिया परेशान हो जाती है कि उसने अमन को क्यों रोका? जब वो अमन को इतना चाहती है और अगर वो नहीं चाहती की अमन उसे छुये तो क्यों अमन की बाहों में पिघल जाती है। यही सोचते-सोचते उसे नींद आ जाती है।
अगले दिन सबेरे 8:00 बजे-
“अमन उठो-उठो, अमन कॉलेज नहीं जाना…” रजिया रोज की तरह अमन को उठा रही थी।
अमन आँखें खोलता है तो उसे सामने रजिया दिखाई देती है वो मुश्कुराते हुए उसे उठा रही थी। अमन को रात वाली बात याद आ जाती है और वो उठकर बाथरूम चला जाता है।
रजिया उसे देखती रह जाती है। अमन फ्रेश होकर बाथरूम से बाहर आता है। तब तक रजिया वहाँ से जा चुकी होती है। अमन हाल में आकर टीजी देखने लगता है। जहाँ पहले से अनुम नाश्ता कर रही थी।
अनुम-क्या हुआ अमन? तैयार नहीं हुआ, कॉलेज नहीं चलना?
अमन-नहीं दीदी, मेरा सर दर्द कर रहा है।
अनुम-टेबलेट लेकर आराम कर, मैं फ़िज़ा के साथ चली जाती हूँ।
रजिया किचिन से-“अनुम, मुझे भी कुछ शॉपिंग करनी है, मैं भी चलती हूँ। अमन दरवाजा बंद करके आराम करना और मैं अनुम के साथ चली जाती हूँ…”
अमन रजिया को कोई जवाब नहीं देता। उन लोगों के जाने के बाद अमन दरवाजा बंद कर देता है। अमन कुछ सोचकर रेहाना की तरफ चल देता है।
अमन-“चाचीज़ान, कहाँ हैं आप?” अमन लगातार आवाज़ें दे रहा था।
रेहाना-“मैं यहाँ हूँ अमन…” रेहाना अभी-अभी नहाकर बाथरूम से निकली थी। उसने सिर्फ़ तौलिया लपेट रखा था, और अंदर कुछ नहीं पहना था।
अमन रेहाना को इस हालत में देखकर सकपका जाता है।
रेहाना-आओ अमन, इस वक्त कैसे? कॉलेज नहीं गये?
अमन-सर दर्द कर रहा था और अम्मी भी बाजी के साथ बाहर गई हैं।
रेहाना-“इधर आ, मैं तेरा सर दबा देती हूँ…” और रेहाना बेड से पीठ टिका के बैठ जाती है।
अमन बेड पे लेट जाता है और अपना सर रेहाना की गोद में रख देता है।
रेहाना धीरे-धीरे अमन का सर दबाने लगती है-अमन एक बात पूछूं?
अमन-पूछो।
रेहाना-कल तुझे क्या हो गया था?
अमन-कुछ भी तो नहीं चाची।
रेहाना-“अच्छा बच्चू… अब चाची, कल तो रेहाना कह रहा था। सच कहूँ तो तेरे मुँह से रेहाना बड़ा अच्छा लगता है…”
अमन रेहाना के बाल पकड़कर अपनी तरफ खींचने लगता है और रेहाना झुकती चले जाती है। अमन रेहाना के होंठ चूसने लगता है।
रेहाना-“उंह्म्मह… क्या कर रहा है?” और रेहाना अमन के सीने को सहलाने लगती है।
अमन की हिम्मत बढ़ जाती है और वो रेहाना के मुँह में अपनी जीभ डाल देता है। रेहाना होश खोने लगती है। वो भी अमन के मुँह में जीभ डालकर लार पीने लगती है।
रेहाना-“गलप्प्प… स्स्स्स्स… म्म्म्म… उंन्ह… उंन्ह… अमन्न…”
दोनों एक दूसरे को चूस रहे थे, चाट रहे थे। तभी अमन रेहाना की तौलिया खोल देता है। रेहाना किसिंग में इतनी खो जाती है कि उसे होश ही नहीं रहता कि वो पूरी नंगी हो चुकी है। उसे तब होश आता है, जब अमन उसकी एक चूची मसलने लगता है।
रेहाना-“अह्म्मह… उंह्म्मह… अमन्न बेटा सस्स्स्स्सशह…”
अमन बेड से खड़ा हो जाता है। रेहाना शरमाकर अपना चेहरा नीचे कर लेती है। अमन अपने कपड़े उतारने लगता है-“तुम्हें और क्या अच्छा लगता है रेहाना?”
रेहाना अमन के बाल खींचते हुए-“तुम…”
अमन रेहाना का सर पकड़कर नीचे करने लगता है, और रेहाना झुकती चली जाती है। दोनों इतने करीब थे कि एक दूसरे की सांसें साफ सुनाई देती हैं। अमन रेहाना के होंठों पर अपने होंठ रख देता है।
रेहाना-“उंह्म्मह… सस्स्सस्स…”
अमन रेहाना के होंठों को चूस रहा था। अब रेहाना से भी बर्दाश्त नहीं होता और वो भी अमन के बाल में उंगलियाँ फँसाकर अमन के होंठ चूसने लगती है। दोनों एक दूसरे को चूस रहे थे तभी अमन रेहाना के मुँह में अपनी जीभ डाल देता है।
रेहाना-“उंह्म्मह…” और रेहाना भी अमन के मुँह में जीभ डालकर लार पीने लगती है।
दोनों इस कदर एक दूसरे को चाट रहे थे कि रेहाना को होश ही नहीं रहता कि कब अमन ने उसका तौलिया खोलकर अलग कर दिया। जब अमन रेहाना के वपंक निपल को मरोड़ता है, तब उसे एहसास होता है कि वो नंगी हो चुकी है।
रेहाना-“अह्म्मह… उंह्म्मह… अमन नहींईई…”
पर अमन कहाँ रुकने वाला था। वो बेड से खड़ा हो जाता है, और अपने कपड़े उतारने लगता है। रेहाना मारे शरम के चेहरा घुमा लेती है। अमन पूरा नंगा हो जाता है। उसका 8” इंच लंबा और 3” इंच मोटा सफेद लण्ड फनफनाने लगता है। रेहाना जब उसे देखती है तो देखती रह जाती है। ये पहली बार था, जब उसके शौहर के अलाजा किसी और का लण्ड उसने देखा थ।
अमन रेहाना के करीब आकर उसके बाल पकड़ लेता है। जिससे रेहाना का मुँह खुल जाता है। और अमन जल्दी से अपना लण्ड उसके मुँह में डाल देता है।
रेहाना-“उंन्ह… अमन नहीं सस्स्स्स्स… गलप्प्प… गलप्प्प्प…”
अमन-“चूस रेहाना, मेरी जान चूस इसे अह्म्मह… साली चूस…”
रेहाना-“गलप्प… गलप्प…” और रेहाना जोर से अमन के लण्ड को चूसने लगती है-गलप्प्प… उंह्म्मह… गलप्प्प… गलप्प्प…”
अमन-“अह्म्मह… साली पक्की रंडी अह्म्महईई आराम से अह्म्मह… रेहानाआअ…”
रेहाना अपने मुँह से अमन का लण्ड निकालकर-“चुप कर… ये मेरा है, मैं कुछ भी करूं गलप्प्प… गलप्प्प… उंह्म्मह…”
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Re: अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ
bhai is kahani ke update to dete'raho'lekin (koi to roklo)kahani kobhe'poora'karo'itni'badiya'kahani'ko kareb'6manth'se'band'kar'rakhahe'isleye'uskahani'poora'jaroor'kare'thanks
- Smoothdad
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Re: अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ
बहुत जबर और मजेदार जा रही है कहानी।
अगली कड़ी उत्सुकता से की प्रतीक्षा में . . .
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Re: अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ
मस्ती से भरपूर धमाकेदार एपिसोड
- Dolly sharma
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Re: अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ
for new story Congratulations Raj
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